पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है? (What is PM Vishwakarma Yojana in Hindi?)
पीएम विश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक कल्याणकारी योजना है, जिसे 15 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लॉन्च किया। इस योजना के तहत देश के 18 पारंपरिक शिल्प और हस्तकला से जुड़े कारीगरों को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण, और बाजार संपर्क उपलब्ध कराया जाएगा। यह योजना 2023-24 से 2027-28 तक चलेगी, और इसके लिए 13,000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
योजना के प्रमुख उद्देश्य:
पारंपरिक शिल्पों को बढ़ावा देना और कारीगरों की आय बढ़ाना।
कारीगरों को आधुनिक टूल्स और टेक्नोलॉजी से जोड़ना।
उन्हें बैंक लोन की सुविधा और सब्सिडी प्रदान करना।
स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने में मदद करना।
पीएम विश्वकर्मा योजना की मुख्य विशेषताएं (Key Features of PM Vishwakarma Scheme)
नीचे दी गई टेबल में योजना के मुख्य बिंदुओं को समझें:
| फीचर | विवरण |
|---|---|
| योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा योजना |
| लाभार्थी | 18 पारंपरिक शिल्पों से जुड़े कारीगर (बढ़ई, मोची, सुनार, कुम्हार आदि) |
| वित्तीय सहायता | 1 लाख रुपये तक का लोन (सब्सिडी के साथ) |
| प्रशिक्षण | बेसिक और एडवांस्ड ट्रेनिंग (5 दिन से 15 दिन तक) |
| सब्सिडी | लोन पर 5% की ब्याज सब्सिडी |
| पंजीकरण शुल्क | निःशुल्क |
| आधिकारिक वेबसाइट | https://pmvishwakarma.gov.in |
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)
योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा:
आयु सीमा: आवेदक की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
व्यवसाय: आवेदक को 18 निर्धारित शिल्पों में से किसी एक से जुड़ा होना चाहिए (जैसे लोहार, बढ़ई, मोची, सुनार, कुम्हार, दर्जी, नाई आदि)।
आय स्रोत: आवेदक का मुख्य आय स्रोत उसका शिल्प ही होना चाहिए।
परिवार में एक ही सदस्य: एक परिवार से केवल एक व्यक्ति ही योजना का लाभ ले सकता है।
सरकारी नौकरी: आवेदक किसी सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए जरूरी दस्तावेज (Required Documents)
आवेदन करते समय निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
आधार कार्ड: मूल और फोटोकॉपी।
पहचान प्रमाण: वोटर आईडी, पैन कार्ड, या ड्राइविंग लाइसेंस।
निवास प्रमाण: राशन कार्ड, बिजली बिल, या पासपोर्ट।
जाति प्रमाण पत्र: अगर आरक्षण का लाभ लेना हो।
बैंक खाता विवरण: आधार से लिंक्ड खाते की पासबुक या चेक।
पासपोर्ट साइज फोटो: 2-4 तस्वीरें।
शिल्प प्रमाण पत्र: स्थानीय प्रशासन या संघ द्वारा जारी प्रमाण पत्र।
पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन कैसे करें? (Application Process)
योजना में आवेदन करने की प्रक्रिया बेहद सरल है। नीचे स्टेप बाय स्टेप गाइड दी गई है:
चरण 1: ऑनलाइन पंजीकरण
आधिकारिक वेबसाइट https://pmvishwakarma.gov.in पर जाएं।
“New Registration” के ऑप्शन पर क्लिक करें।
अपना मोबाइल नंबर और आधार नंबर डालें।
ओटीपी वेरिफाई करने के बाद अपना यूजर आईडी और पासवर्ड सेट करें।
चरण 2: एप्लीकेशन फॉर्म भरें
लॉगिन करने के बाद “Apply Now” बटन पर क्लिक करें।
सभी जानकारी ध्यान से भरें (नाम, पता, शिल्प का प्रकार, आदि)।
जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
चरण 3: सबमिट और प्रिंट
फॉर्म सबमिट करने के बाद एक पावती प्राप्त होगी।
इसका प्रिंट आउट निकालकर रखें, भविष्य में संदर्भ के लिए।
नोट: ऑफलाइन आवेदन के लिए अपने नजदीकी सीएससी सेंटर या बैंक शाखा में संपर्क करें।
योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ (Benefits of PM Vishwakarma Yojana)
प्रशिक्षण और उपकरण: 5-15 दिन का निःशुल्क प्रशिक्षण और 15,000 रुपये तक का टूलकिट।
वित्तीय सहायता: पहले चरण में 1 लाख रुपये तक का लोन (5% सब्सिडी के साथ)।
दूसरे चरण में लोन: अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड होने पर 2 लाख रुपये तक का अतिरिक्त लोन।
डिजिटल मार्केटिंग सपोर्ट: उत्पादों को ऑनलाइन बेचने के लिए ट्रेनिंग।
ब्रांडिंग और पैकेजिंग: उत्पादों की गुणवत्ता और ब्रांडिंग में सुधार के लिए मार्गदर्शन।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: क्या योजना में महिला कारीगर भी आवेदन कर सकती हैं?
जी हां! योजना में पुरुष और महिला दोनों कारीगर आवेदन कर सकते हैं।
Q2: लोन चुकाने की अवधि कितनी है?
लोन को 18 से 24 महीने के भीतर चुकाया जा सकता है।
Q3: क्या शिल्प प्रमाण पत्र बनवाने के लिए शुल्क देना होगा?
नहीं, यह प्रमाण पत्र स्थानीय प्रशासन या शिल्प संघ द्वारा निःशुल्क जारी किया जाता है।
महत्वपूर्ण सलाह और डिस्क्लेमर (Disclaimer)
यह योजना सीधे केंद्र सरकार द्वारा संचालित है, इसलिए किसी भी एजेंट या बिचौलिए पर भरोसा न करें।
आवेदन के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता।
अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-1234-567 पर संपर्क करें।
निष्कर्ष: क्यों जरूरी है पीएम विश्वकर्मा योजना?
भारत की अर्थव्यवस्था में पारंपरिक शिल्प और कारीगरों का बहुत बड़ा योगदान है। लेकिन आधुनिकीकरण और बाजार की चुनौतियों के कारण यह समुदाय पिछड़ता जा रहा है। पीएम विश्वकर्मा योजना इन्हीं कारीगरों को नया जीवन देने का प्रयास है। अगर आप या आपका कोई जानकार इस योग्यता को पूरा करता है, तो तुरंत आवेदन करें और सरकारी लाभ उठाएं।
याद रखें: हर कारीगर का हुनर देश की धरोहर है। इस योजना के माध्यम से उन्हें सम्मान और समृद्धि मिलेगी!
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